विषय
- #कैंपस जाने का अनुभव
- #शोध पत्र प्रस्तुत करने का प्रयास
- #शिक्षा नीति में परिवर्तन
- #स्नातकोत्तर शिक्षा की वर्तमान स्थिति
रचना: 2024-04-08
रचना: 2024-04-08 19:55
5 मार्च को मास्टर डिग्री का दूसरा सेमेस्टर शुरू हुआ।
2 लाख से ज़्यादा कोरोना केस होने के बावजूद, सरकार ने क्लासेस को फिर से ऑफलाइन करने का निर्देश दिया है...?
घर बैठे पढ़ने की सुविधा में पहले से ही लिप्त छात्र बनाम ऑफलाइन क्लासेस पर जोर देने वाला स्कूल.. पहले दिन ऐसा लग रहा है कि कुछ प्रोफ़ेसर ऑफलाइन पढ़ा रहे हैं, कुछ ऑनलाइन, और सब कुछ इतना उलझा हुआ है कि कुछ समझ नहीं आ रहा...?
इसलिए आखिरकार मैं कॉलेज गया।!
शनिवार होने की वजह से कैंपस सुनसान था~~~ ज़ूम पर देखे जाने वाले साथी छात्रों को भी देखकर अब लग रहा है कि मैं वास्तव में पोस्ट ग्रेजुएट स्कूल में दाखिला ले चुका हूँ!
क्लास शुरू होने से पहले, जल्दी से खाना खाया और फिर कॉलेज में ही दूसरी और तीसरी क्लास ली।
कॉलेज एरिया होने की वजह से खाना काफी सस्ता था।
इस सेमेस्टर में ग्रेजुएशन इंग्लिश एग्जाम है, और उन्होंने कहा है कि सबको रजिस्टर कराना होगा.. इतनी जल्दी ग्रेजुएशन एग्जाम...?
आमतौर पर 5 सेमेस्टर होते हैं, लेकिन 4 सेमेस्टर होने की वजह से सब कुछ बहुत तेज़ी से गुज़र रहा है।
वैसे आज क्लास के दौरान प्रोफ़ेसर ने कहा कि ग्रेजुएशन थीसिस के अलावा, रिसर्च जर्नल में पेपर पब्लिश करना उतना मुश्किल नहीं है.. क्या मैं पहले सेमेस्टर में एक पेपर पब्लिश करने की कोशिश करूँ...?
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